सीपीआईएम की केन्द्रीय कमिटी के सदस्य एवं कुलगाम (कश्मीर) के विधानसभा क्षेत्र विधायक कॉ यूसुफ तारीगामी पटना पहुंचे और बिहार में राजनीतिक परिवर्तन के बारे में कहा कि

 पुunpun xpress news  मसौढ़ी पुंनपुन पटना आस पास की ख़बर ब्रेकिंग बिहार  न्यूज़ अपडट   

RRB EXAM अपडेट एडमिड कार्ड के  क्लिक करें इस 🚈 पर

पटना   पुनपुन    मसौढ़ी   आस पास /जहानाबाद /बिहार  /गया  /नवादा/Entertainment/ Exame upates rrb , Crime

बिहार patna_bihar poltics  #@punpun expressन्यूज़ सीपीआई एम पटना 


सीपीआईएम की केन्द्रीय कमिटी के सदस्य एवं 


कुलगाम (कश्मीर) के विधानसभा क्षेत्र से चार बार विजयी विधानसभा सदस्य काॅ॰ युसुफ तारीगामी ने अपने त्रि-दिवसीय बिहार दौरे के क्रम में आज उन्होंने पटना स्थित आई॰एम॰ए॰ हाॅल मे केन्द्र की सत्ता में आसीन भाजपा की कॉरपोरेट पक्षी-साम्प्रदायिक तानाशाही की कटु आलोचना करते हुए पूरे देश के वाम जनतांत्रिक एवं धर्मनिरपेक्ष शक्तियों का आह्वान करते हुए, संगठित प्रतिरोध का आह्वान किया। उन्होंने हाल में बिहार की राजनीति में हुए परिवर्तन को अंधकार के समय प्रकाश  की किरण बताया।

उन्होंने कश्मीर  के इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि जब वहाँ के शासक हरि सिंह भारत के साथ जुड़ने के लिये तैयार नहीं थे, उस समय जम्मू-कश्मीर  की आवाम ने जिन्ना के द्विराष्ट्र के सिद्धांत को खारिज करते हुए भारत के साथ अपने को जोड़ने का निर्णय लिया। भाजपा सरकार कष्मीर की विशेष स्थिति के खिलाफ जहर फैलाकर 370 और 35ए धारा को खत्म कर वाह-वाही लूटने का काम कर रही है। जबकि यही विशेष स्थिति हिमाचल प्रदेश, उत्तर-पूर्व के राज्यों सहित अन्य प्रांतों को प्राप्त है। उन्होंने राजा हरि सिंह द्वारा 1927 में पारित कानून, जिसके अन्तर्गत बाहरी लोग कश्मीर की जमीन नहीं खरीद सकते हैं के बारे में बताते हुये कहा कि उस कानून को वहाँ के राजपूत राजा और पंडितों ने मिलकर बनाया था। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सबसे पहले भूमि सुधार कश्मीर में हीं हुआ और वहाँ किसी भी जमींदार को मुआवजा नहीं दिया गया और रैयतों के कर्ज माफ कर दिये गये।

उन्होंने 1947 में भारत के बंटवारे के समय पंजाब, बंगाल में हुए नर संहारों की चर्चा करते हुए कहा कि उस समय पूरे कष्मीर में एक भी हिंसा नहीं हुई और उन्होंने महात्मा गाँधी के कथन का हवाला देते हुए कहा कि ‘‘मैं हिन्दुस्तान को कष्मीर की संस्कृति के रूप में गढ़ने का हामी हूँ’’

उन्होंने भावुक शब्दों में तमाम बिहार वासियों से अपील करते हुए कहा कि आप हमें अपने से अलग न समझें। हमारी देषभक्ति की बार-बार परीक्षा न ली जाय। उन्होंने कष्मीर की भौगोलिक स्थिति एवं अन्तर्राष्ट्रीय शक्तियों के खेल को समझने का भी आह्वान किया।


अंत में उन्होंने विष्वास व्यक्त करते हुए कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, बढ़ते सामाजिक जुल्म, महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा, बलात्कारियों को सम्मानित करने जैसी घिनौनी हरकत से उबी हुई जनता संघर्षों के लिए मैदान में उतरी रही है।

बिहार में जो राजनीतिक दिषा मिली है, वह केन्द्रीय सत्ता के परिवत्र्तन का रास्ता प्रषस्त करेगी।

राज्य सचिव काॅ॰ ललन चौधरी ने सभा को संबोधित करते हुए 22 सितम्बर 2022 को पटना में आयोजित होने वाले भारत बचाओ रैली में हजारों की संख्या में भाग लेकर सफल बनाने का आह्वान किया।

बुद्धिजीवी कैलाश झा ने काॅ॰ युसुफ तारीगामी के साथ अपने लम्बे संबंधों का जिक्र करते हुए उन्होंने उन्हें कश्मीर का सबसे समझदार आवाज बताया।

सभा की अध्यक्षता सी॰पी॰आई॰(एम) सचिव मंडल सदस्य काॅ॰ अरूण कुमार मिश्र ने की। राज्य सचिव ललन चैधरी, केन्द्रीय कमिटी सदस्य अवधेश कुमार, सचिवमंडल सदस्य सर्वोदय शर्मा, अहमद अली, श्याम भारती,पटना जिला सचिव मनोज कुमार चंद्रवंशी सहित अन्य उपस्थित थे।

सभा में बड़ी संख्या में पटना के बृद्धिजीवियों, सामाजिक, राजनीतिक कार्य-कार्यकर्ता के अलावे पार्टी सदस्यों एव शुभ चिंतकों ने हिस्सा लिया।

Breaking ...मौसम में बदलाव हल्के वर्षा की सम्भवना ,मंगलवार को पटना आस पास में बादल छाए रहने की सम्भवना है।

 फर्स्ट 1चैनल के लिए यहाँ क्लिक करें😊youtube पुराने


Post a Comment

0 Comments