पुनपुन नगर पंचायत के जामा मस्जिद में ईद उल अजहा (बकरीद) की नमाज अदा की गई मौके पर एकदूसरे को गले लगकर दी मुबारकबाद ,क्यों कुर्बानी देने की है परम्परा पढ़े पूरी ख़बर

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मसौढ़ी/पुनपुन नगर पंचायत ,पुनपुन बाजार स्थित बाजार का जामा मस्जिद में सोमवार सुबह 7:00 बजे ईद उल_अजहा की नमाज


अदा की गई, और अपने भारत देश में एकता और भाईचारा और खुशहाली के लिए दुआ किया एक दूसरे से गले मिलकर मौके पर खुशी का इजहार किया गया ईद उल जुहा यानी बकरीद हजरत इब्राहिम की कुर्बानी देने की याद में मनाया जाता है

इस दिन बकरे की कुर्बानी क्यों दी जाती है... 

 मस्जिद के इमाम मौलाना एजाज शाहब ने बताया बकरीद


दिन कुर्बानी देने की परंपरा इस्लामी मान्यताओं के अनुसार हजरत इब्राहिम हमेशा ही लोगों की भलाई के कार्य में लगे रहते हैं अपना जीवन में समाज सेवा अधिक बिताया हालांकि कई सालों तक उन्हें कोई संतान नहीं हुई इसके बाद उन्हें खुद की बहुत इबादत की खुदा की इबादत के बाद कहीं जाकर उन्हें चांद सा बेटा मुबारक हुआ जिसका नाम इस्माइल रखा गया बच्चों के जन्म के कुछ ही समय बाद इब्राहिम को एक सपना आया सपने में उसके आदेश दिया गया की कुर्बानी दो उन्होंने अपने ऊंट की कुर्बानी दी इसके बाद उन्हें फिर सपना आया और उसमें आदेश दिया गया कि अपने सबसे प्यारी चीज की कुर्बानी दी जाए इब्राहिम ने अपने सभी जानवरों को कुर्बानी देने के बाद फैसला लिया वह अपने बेटे इस्माइल की कुर्बानी देंगे इब्राहिम ने अपने पत्नी से कहा कि बेटे इस्माइल को नहला कर तैयार करें उनकी पत्नी ने ऐसा ही किया और इब्राहिम अपने बेटे को लेकर कुर्बानी करने के लिए गए अल्लाह ने जब इब्राहिम के निष्ठा देखी तो उन्हें अपने बेटे की कुर्बानी के बकरे की कुर्बानी में बदल दिया जब इब्राहिम ने अपने बेटे की कुर्बानी दी तो उन्हें अपनी आंखों पर पट्टी बांध ली थी कुर्बानी देने के बाद जब उन्होंने अपनी आंखें खोली तो इस्माइल को खेलते हुए देखा इब्राहिम के विश्वास और कुर्बानी को देखकर अल्लाह ने उन्हें पैगंबर बना दिया इसके बाद से ही बकरे की कुर्बानी देने की परंपरा शुरू हुई और कुर्बानी का गोश्त तीन हिस्सों में बांटा जाता है एक गरीबों मजबूर के लिए एक सगे संबंधियों के लिए और एक अपने दोस्तों  के लिए ,मौके पर महिला आरक्षी एवँ पुलिसकर्मियों की टीम मौजूद रही।


इधर शांति वयवस्था कायम रहे और लोग त्यौहार को खुशी पूर्वक मानये मध्यनजर रखते हुए।पुलिस बल चौक चौराहे पर तैनात किये गए थे।


पुनपुन  मस्जिद इंतजामिया कमेटी सेक्रेटरी मोहम्मद नसरुद्दीन साहब सदर मोहम्मद जमील अख्तर और तमाम कार्यकर्ता मिलजुल कर शांतिपूर्ण नमाज अदा की और मौके पर पदाधिकारी और  पुलिस बल मौजूद रहे।

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